आख़िरी तोहफ़ा | प्रेमचंद की कहानी | Last Gift |
आख़िरी तोहफ़ा | प्रेमचंद की कहानी | Last Gift | Last Gift:- “सारे शहर में सिर्फ एक ऐसी दुकान थी, जहॉँ विलायती रेशमी साड़ी मिल सकती थीं। और सभी दुकानदारों ने विलायती कपड़े पर कांग्रेस की मुहर लगवायी थी। मगर अमरनाथ की प्रेमिका की फ़रमाइश थी, उसको पूरा करना जरुरी था। वह कई …